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IGNOU MHD-12 - Bhartiya Kahaani

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भारतीय कहानी

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IGNOU MHD-12 Code Details

  • University IGNOU (Indira Gandhi National Open University)
  • Title भारतीय कहानी
  • Language(s)
  • Code MHD-12
  • Subject Hindi
  • Degree(s) MA
  • Course Optional Courses

IGNOU MHD-12 Hindi Topics Covered

Block 1 - मलयालम, कन्नड, तमिल और तेलुगु भाषा की कहानियाँ

  • Unit 1 - ‘दीदी’: विश्लेषण और मूल्यांकन
  • Unit 2 - लड़की जिसकी मैंने हत्या की: विश्लेषण और मूल्यांकन
  • Unit 3 - ट्रेडिल: विश्लेषण और मूल्यांकन
  • Unit 4 - प्राणधारा: विश्लेषण और मूल्यांकन

Block 2 - बांग्ला, असमी और ओड़िया भाषा की कहानियाँ

  • Unit 1 - अपने लिए शोकगीत: विश्लेषण और मूल्यांकन
  • Unit 2 - एक अविस्मरणीय यात्रा: विश्लेषण और मूल्यांकन
  • Unit 3 - बेघई: विश्लेषण और मूल्यांकन

Block 3 - मराठी, कोंकण, गुजराती और राजस्थानी भाषा की कहानियाँ

  • Unit 1 - ‘विद्रोह’: विश्लेषण और मूल्यांकन
  • Unit 2 - ओडरे चुरुंगन मेरे---: विश्लेषण और मूल्यांकन
  • Unit 3 - चिता: विश्लेषण और मूल्यांकन
  • Unit 4 - ‘दूजौ कबीर’: विश्लेषण और मूल्यांकन

Block 4 - उर्दू, पंजाबी, कश्मीरी और मैथिली भाषा की कहानियाँ

  • Unit 1 - ‘टोबा टेक सिंह’: विश्लेषण और मूल्यांकन
  • Unit 2 - अपना-अपना कर्ज: विश्लेषण और मूल्यांकन
  • Unit 3 - ‘जवाबी कार्ड’: विश्लेषण और मूल्यांकन
  • Unit 4 - पाँच पत्र: विश्लेषण और मूल्यांकन
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IGNOU MHD-12 (July 2023 - January 2024) Assignment Questions

1. निम्नलिखित में से किन्हीं दो की संदर्भ सहित व्याख्या कीजिए: (क) प्रेस में विनायक को छोड़कर और कोई नहीं था। उस दिन के लिए तयशुदा कार्य में दो काम बाकी थे - पहला, दो निमन्त्रण-पत्र कम्पोज करके उसका प्रूफ - शोधन किये अभिनन्दन पत्र में 'करेक्शन लगाकर निकालना और दूसरा, प्रूफ छापना । 'छापने के लिए कागज़ भी तो काटना होगा।' बुदबुदाते हुए जब वह ट्रेडिल में कसे हुए 'चेस' को खोल रहा था, उसके मन में एक छोटी-सी आशा अंकुरित हुई- बहुत सी साधारण इच्छा, आप चाहें तो बचपना भी कह सकते हैं। चेस को खोलकर 'स्टोन' पर रखा। वह भी एक विवाह निमन्त्रण कार्ड को ही मैटर था। विनायक ने मैटर में वर के नामवाले अक्षरों को ब्रश से पोंछा स्याही हट जाने T पर चाँदी की तरह उजले अक्षर चमक उठे। 'चिरंजीव श्रीधर - इन अक्षरों के टाइप - दायीं से बायीं ओर जैसा कि आइने में प्रतिबिम्बित होता है - साफ दिखाई दिये । (ख) ठहरो! ठहरो!" कहते हुए हाथ उठाकर उसने दोनों पक्षों को शांत किया। फिर उसने दोनों पक्षों से पूछा, "क्या बात है मैया, क्या मामला है?" उसका स्वर, उसकी अवस्था और पहनावा वृद्धा देखते ही वृद्धा की हिम्मत बँधी आवाज़ कुछ धीमी करके यथासंभव सद्भाव के साथ वह बात बताने लगी, "तुम्हीं बताओ बेटी! यह लोग पानी के लिए आई हैं। यह कोई सरकारी नल तो नहीं है न? पैसा खर्च करके लगाया हुआ है। हर साल म्यूनिसपैलिटी को हम टैक्स भी देते हैं। ऐसे में पहले हमारे बच्चों ने आकर मना किया। इन लोगों ने बात सुनी नहीं। फिर मैंने आकर मना किया। फिर हमारा माली आया, तो वह लड़की कहती है- अगर तू मर्द है, तो कुत्ता छोड़ ! " देखो तो उँगली. भर नहीं है लड़की!" कहकर उँगली से सत्यवती की ओर वृद्धा ने इशारा किया। (ग) उसके दूसरे दिन फिर डुबती साँझ की बेला में बाघ की दहाड़ सुनाई पड़ी। वह उच्छन्न होकर गरजता घूम रहा है, सचमुच जैसे गरगराती आवाज में संदेश दे रहा है. यहां मेरे पुरखों के जमाने से बाघ का सिंहासन था, वन का राजा है बाघ और अगर बाघ नहीं है तो बाघिन, बाघ के वंश का जो कोई भी बात एक ही है। बीच में पता नहीं कैसे कुछ दिन खाली रह गए थे। लेकिन मैं फिर लौटा हूं, इस वंश का अटूट क्रम फिर शुरू हो गया।" फिर सारी रात पहर पहर चिल्लाते रहे सियार, सचमुच जैसे कि वे बाघ युवराज या बाघ युवरानी के भाट थे। लेडेंग के कुछ लोग इस तरह से भी सोच रहे थे जैसे खुद धूर्व सिंह पहली रात को गरजते गरजते बाघ चला गया कहीं दूर और फिर एक साथ अचानक सियारों ने चिल्लाना शुरू कर दिया जैसे जान बचाने के लिए ही वे इस तरह चीख रहे हों। चिल्लाना बंद हुआ कि जान गई। 2. ट्रेडिल' कहानी के कथानक का विश्लेषण कीजिए । 3. अपने लिए शोकगीत कहानी के प्रतिपाद्य पर विचार कीजिए । 4. बघेई कहानी का कथानक बताते हुए उसके महत्व की चर्चा कीजिए । 5. कोंकणी कहानी संसार का सामान्य परिचय देते हुए 'ओऽरे चुरुंगन मेरे...... कहानी का महत्व स्पष्ट कीजिए। 6. दीनानाथ नादिम का परिचय देते हुए उनकी कहानी 'जवाबी कार्ड का विश्लेषण कीजिए ।

IGNOU MHD-12 (July 2022 - January 2023) Assignment Questions

1. निम्नलिखित में से किन्हीं दो की संदर्भ सहित व्याख्या कीजिए. (क) उसकी बातें सुनकर मेरे हृदय में यह उद्गार निकला, हाय भगवान! तुम्हारे नाम पर तुम्हें खुश करने का कितना अन्याय और पाप चल रहा है। कुछ देर कुछ बोला नहीं। कुछ देर सोचने में लगा रहा। यह इन लोगों की कितनी बड़ी मूढ़ता है। संसार में ऐसी घृणित परिपाटी भी है। भगवान के नाम छोड़ देना तो सुना है। यह तो अपनी-अपनी भक्ति है। पर यह काम? इसी प्रकार लोग कैसे हीन कार्य कर रहे है? इनका क्या बनेगा? यह लड़की सचमुच गांव की एकदम अनजान भोली भाली युवती है। स्त्रियों का लक्षण ही कुछ और होता है। इसका कुछ और है। यह अपनी जनता के हीन रिवाज की शिकार भोली-भाली लड़की है। इसका दृढ विश्वास है कि जो यह कह रही है, उससे भगवान की मन्नत पूरी होगी। हाय भगवान! माता-पिता ही अपनी बेटी को पाप के गर्त में धकेलते हैं। उनका क्या होगा? । (ख) बाघ घास नहीं, आदमी खाता है, लोगों की जबान पर रची-बसी हर युग की कहावत रही है, यह सभी को पता है, जैसे यह कि जहरीला सांप डंसता है, जंगली मैंसा सींग घुसेड़ता है। स्वभाव का मुंह बंद न कर दो तो स्वभाव बाहर आता ही है, जैसे स्वाधीन भाव से आदमी सोचता है -'संसार में अगर जन्म लिया है, तो जिंदा रहने तक दो मुट्ठी अन्न पाना हमारा जन्मगत अधिकार है. जिंदा रहने के लिए जितना कम से कम चाहिए, वह हमारा जन्मगत अधिकार है। शायद उस बाघ ने भी ऐसा ही कुछ सोचा था, 'मेरी हर दिन की खुराक मेरा जन्मगत हक है। (ग) एक पागल तो हिंदुस्तान-पाकिस्तान के चक्कर में कुछ ऐसा गिरफ्तार हुआ कि और ज्यादा पागल हो गया। झाडू देते-देते वह एक दिन दरख्त पर चढ़ गया और टहनी पर बैठकर दो घंटे निरंतर तकरीर करता रहा, जो पाकिस्तान और हिंदुस्तान के नाजुक मसले पर थीं._ सिपाहियों ने जब उसे नीचे उतरने को कहा तो वह और ऊपर चढ़ गया। जब उसे डराया-धमकाया तो उसने कहा - मैं न हिंदुस्तान में रहना चाहता हूँ न पाकिस्तान में _ मैं इस दरख्त ही पर रहूँगा... | बड़ी देर के बाद जब उसका दौरा सर्द पड़ा तो वह नीचे उतरा और अपने हिंदू-सिख दोस्तों से गले मिल-मिलाकर रोने लगा। इस ख्याल से उसका दिल भर आया था कि वह उसे छोड़कर हिदुस्तान चले जाएंगे। 2. 'प्राणधारा' कहानी के कथानक का विश्लेषण कीजिए। 3. 'एक अविस्मरणीय यात्रा' कहानी के प्रतिपाद्य पर विचार कीजिए। 4. दलित जीवन के संदर्भ में विद्रोह' कहानी का विश्लेषण कीजिए। 5. 'ओडरे चुरुंगन मेरे' कहानी में मातृहीन बालक के अंतर्मन को गहराई से चित्रित किया गया है- इस कथन की समीक्षा कीजिए। 6. हरिमोहन झा की कहानी कला की विशिष्टताओं को रेखांकित कीजिए।
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